इससे ज्यादा दुखी बुआ पहले कभी नहीं थीं. किसी काम में मन नहीं लग रहा. बार बार बस दरवाजा देखते बन रहा. फूफा अब आए कि अब आए.
देश के कइ शहरो में जीपीए के जरिए प्रोपर्टी बेची जाती है मगर ये वेलिड नहीं है. सिर्फ सेल डीड से बेची गइ प्रोपर्टी को ही कानूनी वेलिडिटी मिली है